रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए आर्थिक संबल का मजबूत जरिया बन चुकी है। कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड की ग्राम पंचायत लखनपुर में रहने वाली मीरा बाई इसकी एक जीवंत मिसाल हैं। मीरा बाई अपने घर पर कुछ बकरियाँ पालकर गुज़ारा करती हैं। आय का कोई स्थायी स्रोत न होने के कारण महीने के खर्चों में उन्हें काफी कठिनाई होती थी। लेकिन जब से उन्हें महतारी वंदन योजना के तहत हर माह एक हजार रुपये मिलना शुरू हुआ है, तब से उनकी जिंदगी में राहत आई है।
मीरा बाई कहती हैं कि गांव में किसी महिला को नियमित रूप से हर माह एक तय राशि मिले, ये अपने आप में बड़ी बात है। यह भरोसा बना रहता है कि ज़रूरत के समय कम से कम एक हजार रुपये तो मदद में मिलेंगे।
मीरा बताती हैं कि आजकल जब कोई सौ रुपये भी देने को तैयार नहीं होता, तब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा शुरू की गई यह योजना उनके जैसे गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। उन्होंने बताया कि यह राशि हर महीने समय पर उनके बैंक खाते में जमा हो जाती है, जिससे वह साग-सब्जी, राशन और अन्य जरूरी घरेलू सामान आसानी से खरीद पाती हैं और घर के छोटे-मोटे खर्चों में परिवार का हाथ बंटा पाती हैं।मीरा बाई की तरह गाँव की अन्य महिलाएं भी इस योजना से प्रेरित हो रही हैं। यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनने की ओर प्रेरित कर रही है और यह दिखा रही है कि सरकार ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने के लिए कितनी संजीदा है।
महतारी वंदन योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि ग्रामीण अंचलों में महिलाओं के सम्मान, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार का यह प्रयास महिला सशक्तिकरण की दिशा में बेहद प्रभावी साबित हो रहा है।
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