जल है तो कल है : ग्रामीणों ने निकाली जलयात्रा


राजनांदगांव। जनपद पंचायत डोंगरगढ़ के ग्राम पंचायत कोलिहापुरी में जल संरक्षण की अलख जगाने के उद्देश्य से एक अद्भूत और भावुक क्षण सामने आया, जब गांव की नारी शक्ति ने मिलकर जल यात्रा निकाली। यह केवल एक यात्रा नहीं थी, बल्कि प्रकृति के प्रति आभार और आने वाली पीढिय़ों के लिए संकल्प का प्रतीक बन गई। इस प्रेरणादायक कार्यक्रम में पद्मश्री सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता फूलबासन बाई यादव और जिला पंचायत राजनांदगांव की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरूचि सिंह की गरिमामयी उपस्थिति ने पूरे आयोजन को एक नई ऊर्जा दी।

जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह ने ग्रामीणों को जल के रख-रखाव, संरक्षण एवं समुचित उपयोग के लिए उपयोगी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे महात्मा गांधी नरेगा और अन्य योजनाओं के माध्यम से वर्षा जल संचयन, परंपरागत जल स्रोतों का पुनर्जीवन और सामूहिक प्रयासों से जल संकट से निपटा जा सकता है। पद्मश्री फूलबासन यादव ने अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर बताया कि कैसे छोटी-छोटी आदतें नल को समय पर बंद करना, बर्तन धोते समय जल का अपव्यय रोकना, वर्षा जल को संग्रहित करना जैसे आदते हमारे समाज को जल समृद्ध बना सकते हैं। उनका सादगी भरा परंतु प्रभावशाली संदेश ग्रामीणों के दिलों को छू गया। सड़क पर निकली इस जल यात्रा में महिलाएं पारंपरिक परिधान में, कलश और बैनर लिए हुए, गाते-बजाते चल रहीं थीं। यह दृश्य न केवल सौंदर्यपूर्ण था, बल्कि यह हमारे समाज में जागरूकता और बदलाव की एक नई लहर का संकेत भी दे रहा था। ग्राम कोलिहापुरी की यह जल यात्रा एक मिसाल है कि जब गांव की नारी शक्ति जागती है, तो समाज में क्रांति आना तय है। जल बचाएं, जीवन बचाएं यही था इस यात्रा का संदेश, जो हर दिल को छू गया।





Post a Comment

0 Comments