रतनजोत खाकर 11 स्कूली बच्चे बीमार, अस्पताल में उपचार जारी

 


धमतरी। रतनजोत का बीज खाकर शासकीय प्राथमिक शाला सेमरा सिलौटी के 11 विद्यार्थी बीमार हो गए है। उल्टी व चक्कर आने के बाद नौ बच्चों को उपचार के लिए जिला अस्पताल धमतरी में भर्ती किया गया है। जबकि दो बच्चों की सेहत सामान्य मिलने पर प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।

जिला अस्पताल धमतरी पहुंचे बीमारी बच्चों के स्वजनों ने बताया कि 21 जनवरी को शासकीय प्राथमिक शाला सेमरा सिलौटी के विद्यार्थी खाना छुट्टी के दौरान स्कूल कैंपस के बाहर लगे रतनजोत पौधे के बीज को चिरौंजी का बीज समझकर खा लिया। जब चार बजे स्कूल की छुट्टी हुई, तो सभी अपने-अपने घर पहुंचे। जहां शाम को छह बजे के बाद अचानक इन विद्यार्थियों को उल्टी और चक्कर आने लगा। आनन फानन में गांव के वरिष्ठ लोगों के साथ रात नौ बजे जिला चिकित्सालय धमतरी लाकर बच्चों को भर्ती कराया गया। यहां डाक्टरों ने बच्चों का उपचार किया। नौ विद्यार्थियों की सेहत खराब पाए जाने पर उपचार के लिए उन्हें भर्ती किया गया, जबकि दो बच्चों की सेहत सामान्य मिलने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई।

घटना की जानकारी मिलते ही 22 जनवरी को विकासखंड शिक्षा अधिकारी चंद्रकुमार साहू, स्कूल के प्रधानपाठक चंद्रहास ठाकुर और स्कूल समिति के अध्यक्ष राधेश्याम देवांगन स्कूली बच्चों का हाल चाल जानने जिला चिकित्सालय धमतरी पहुंचे। इस संबंध में शिशु रोग विशेषज्ञ डा अखिलेश देवांगन ने बताया कि मंगलवार की रात नौ बजे रतनजोत बीज खाकर बीमार होकर बच्चे आए थे। सभी बच्चों को उल्टियां हो रही थी। रात में उनका उपचार शुरू कर दिए थे। सुबह तक सभी बच्चे की स्थिति ठीक है। 11 बच्चे आए थे, जिसमें दो बच्चों ने बताया कि रतनजोत नहीं खाए है। नौ बच्चे भर्ती है, जिनका उपचार जारी है। रतनजोत खाने से उल्टी और दस्त शुरू हो जाता है।

शासकीय प्राथमिक शाला सेमरा सिलौटी के 11 बच्चों की रतनजोत बीज खाने से तबीयत बिगड़ने से उपचार के लिए जिला चिकित्सालय धमतरी लाया गया। जिसमें कक्षा दूसरी के जिज्ञासा और प्रतीक चक्रधारी, कक्षा तीसरी के माही चक्रधारी, प्रिंसी चक्रधारी, श्रेया चक्रधारी, याग्नहोत्री, खुशबू , प्राची ध्रुव और जानवी देवांगन का उपचार जारी है। वहीं पहली कक्षा की डिंपल चक्रधारी और दूसरी कक्षा की दिव्या चक्रधारी को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।

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