नई दिल्ली। नई शिक्षा व्यवस्था के अंदर तीन साल के ग्रेजुएट डिग्री को एडवांस कर दिया गया था. जिसके बाद यूजीसी के ओर से और भी कई बदलाव किए जा रहे हैं.हाल ही में यूजीसी ने ग्रेजुएट के तीन साल और चार साल की डिग्री में भी बदलाव किया है. अब छात्र अपनी डिग्री कोर्स को तय समय से पहले भी पूरा कर सकेंगे. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) जल्द ही एक नई योजना लागू करने जा रहा है, जिसके तहत छात्र अपनी तीन या चार वर्षीय डिग्री कोर्स को पहले से तय समय से जल्दी खत्म कर सकेंगे.
क्या होगी नई योजना?
यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने गुरुवार को ये बताया कि योजना छात्रों को समय के लिए ज्यादा अवसर देगी. यूजीसी की नई योजना के तहत, छात्र अपनी डिग्री को समय से पहले पूरा करने का ऑप्शन चुन सकेंगे.अगर कोई छात्र अपनी डिग्री जल्दी खत्म करना चाहता है, तो उसे यह अनुमति दी जाएगी. इसके अलावा, यूजीसी छात्रों को अपनी तीन वर्षीय डिग्री को एक साल तक बढ़ाने का भी ऑप्शन दिया जाएगा. इस योजना के तहत, छात्रों को अपने कोर्स के दौरान कई बार एंट्री और एग्जिट का अवसर मिलेगा, यानी वे जब चाहें, तो पढ़ाई में ब्रेक ले सकते हैं और फिर वापस शुरू कर सकते हैं.
यूजीसी अध्यक्ष ने चेन्नई में आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि यह निर्णय छात्रों की क्षमताओं और समय के अनुसार होगा. उन्होंने बताया कि छात्रों को अपनी डिग्री को समय से पहले पूरा करने का अवसर मिलेगा, खासकर उन छात्रों को जो इस दौरान जल्दी सीखने और समझने की क्षमता रखते हैं. कुमार ने यह भी कहा कि यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत लागू की जाएगी और इसे अगले शैक्षिक सत्र 2025-26 से लागू करने का प्लान है.
क्या होंगे इसके फायदे?
नई योजना से उन छात्रों को खास लाभ होगा जो अपनी पढ़ाई जल्दी पूरी करना चाहते हैं.अगर कोई छात्र छह महीने या एक साल पहले अपनी डिग्री खत्म करना चाहता है, तो वह ऐसा कर सकेगा. वहीं, जिन छात्रों को अपनी पढ़ाई में अधिक समय चाहिए या वे बीच में ब्रेक लेना चाहते हैं, उनके लिए भी यह योजना फायदेमंद होगी।
यह कदम एक विशेष समिति की ओर से सुझाए गए हैं. जिसका नेतृत्व आईआईटी मद्रास के निदेशक वी कामकोटि ने किया था. कुमार ने कहा कि इस योजना के लिए जल्द ही विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे.
0 Comments