'जहां भी खाना मिला खा लिया, जहां भी सोने को मिला सो लिया', पीएम मोदी ने अमेरिका में बताया कैसे राजनीति में आए


नई दिल्ली। न्यूयॉर्क में रविवार को भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नियति ने मुझे राजनीति में पहुंचा दिया. मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन मुख्यमंत्री बनूंगा. प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे जीवन का एक हिस्सा ऐसा भी रहा, जिसमें कई साल तक मैं देश में भटकता रहा. इस दौरान मुझे जहां खाना मिला खा लिया, जहां सोने को जगह मिला, सो लिया.

पीएम मोदी ने बताया कि वह भी एक वक्त था, जब मैंने कुछ और तय किया था, लेकिन नियति ने मुझे राजनीति में पहुंचा दिया. मैंने कभी सोचा ही नहीं था कि एक दिन मैं सीएम बनूंगा, जब बना तो सबसे ज्यादा समय तक रहने वाला सीएम बना.पीएम मोदी ने कहा कि 13 साल तक मैं मुख्यमंत्री रहा, फिर पीएम बना. देश की जनता ने बहुत भरोसे के साथ मुझे तीसरा टर्म सौंपा है. मैं तीन गुना दायित्व के साथ आगे बढ़ रहा हूं.

भारत एनर्जी और सपनों से भरा हुआ

भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है, भारत एनर्जी और सपनों से भरा हुआ है. हर रोज भारत नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. हर रोज नई खबर मिलती है. आज ही अच्छी खबर मिली है चेस ओलंपियाड में मेंस औऱ विमेंस में भारत को गोल्ड मेडल मिला है. यह लगभग 100 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है.पीएम मोदी ने कहा कि बीते दस सालों में करोड़ों लोगों को भारत में बिजली कनेक्शन मिला, करोड़ों शौचालय बना है.

2014 में भारत के सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो थी

पीएम मोदी बोले, "भारत के लोगों को सिर्फ रेल कनेक्टिविटी नहीं, हाई स्पीड कनेक्टिविटी चाहिए, भारत के हर शहर की अपेक्षा है कि उसके यहां मेट्रो चले, देश का हर नागरिक और गांव-शहर चाहता है कि उसके यहां बेस्ट सुविधा हो. 2014 में भारत के सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो थी, आज 23 शहरों में मेट्रो है, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क भारत में हैं. 2014 में भारत के 70 शहरों में एयरपोर्ट थे और आज 140 से ज्यादा शहरों में एयरपोर्ट हैं, 2014 में 100 से भी कम ग्राम पंचायतों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी थी, आज 2 लाख से ज्यादा पंचायतों में ये सुविधा है.

अब भारत अवसरों का इंतजार नहीं करता

पीएम मोदी ने कहा कि एक दशक में भारत पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया. हर भारतीय चाहता है कि भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने. देश के एक बड़े वर्ग की उम्मीद पूरी हो रही है. बड़ी संख्या में लोगों के घरों में पीने का साफ पानी पहुंच रहा है. उनके घरों में बिजली पहुंची. अब भारत के लोग गुणवत्तापूर्ण जीवन चाहते हैं. पहले जिस काम को करने में कई साल लग जाते थे, वह अब महीनों में खत्म हो रहा है. अब भारत अवसरों का इंतजार नहीं करता, बल्कि निर्माण करता है. बीते 10 साल में भारत में हर सेक्टर में अवसरों का एक नया लॉन्चिंग पैड तैयार किया है. एक दशक में ही 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं. यह इसलिए हुआ, क्योंकि हमने पुरानी सोच बदली, हमने गरीब को ताकतवर बनाने पर जोर दिया.

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