दोबारा मूल्यांकन में 4 हजार 284 बच्चों का बदला रिजल्ट, छात्रों के 20-50 नंबर तक बढ़े

 


रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आंसर शीट मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले 68 शिक्षकों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। इसका असर इन शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि पर भी पड़ेगा। 68 शिक्षकों में से 61 शिक्षकों को 3 साल और 7 शिक्षकों को 5 साल के लिए मंडल के काम से बाहर कर दिया गया है। प्रदेशभर से लगभग 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने पुनर्गणना और पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था। पुनर्गणना में छात्रों के आंसर में बहुत फर्क मिला है। छात्रों के अंकों में 20 से लेकर 50 अंक से अधिक की बढ़ोतरी हुई। दोबारा मूल्यांकन में 4 हजार 284 बच्चों के रिजल्ट बदल गए हैं।

61 शिक्षकों के किए गए मूल्यांकन में दोबारा जांच कराए जाने पर 20 से 40 नंबर हिंदी में बढ़े हैं। इनमें 12 शिक्षक हिन्दी विषय के हैं। इसके अलावा अंग्रेजी 8, इतिहास 1, भूगोल 3. राजनीति विज्ञान भौतिक 5, रसायन 7, जीव विज्ञान 7, लेखाशास्त्र 1, व्यवसाय अध्ययन 2, अर्थशास्त्र 6, फसल उत्पादन के शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है।

इसके अलावा पशुपालन विषय के 2 शिक्षक, अकाउंटेंसी और अर्थशास्त्र के 3 शिक्षक ऐसे हैं, जिनकी उत्तर पुस्तिकाओं में 49 अंकों का अंतर है। साथ ही इतिहास, बिजनेस स्टडीज, अर्थशास्त्र, कृषि विज्ञान और गणित के 4 शिक्षकों द्वारा किए गए मूल्यांकन की दोबारा जांच की गई। इसमें 50 से अधिक अंकों की बढ़ोतरी हुई है। पहली मुख्य परीक्षा के परिणाम जारी होने के बाद मिले नंबरों में संतुष्ट नहीं होने पर दोबारा मूल्यांकन की व्यवस्था की गई। 12वीं के 10 हजार 960 विद्यार्थियों ने दोबारा मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था। इनमें से कुछ विद्यार्थियों ने उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी भी मांगी थी।

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