बाढ़-बारिश ने डुबाया, अब गुजरात पर चक्रवात का खतरा, कच्छ में साइक्लोन का असर

अहमदाबाद। गुजरात में बीते कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। भारी बारिश और बाढ़ की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जामनगर और वडोदरा सहित कई शहरों में बाढ़ के हालात बने हुए है। बारिश की अलग अलग घटनाओं में 26 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के कई हिस्सों में 10 से 12 फीट तक पानी भरा हुआ है। आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की 36 टीमें तैनात की गई हैं। इसी बीच भारतीय मौसम विभाग ने एक और अपडेट ने चिंता बढ़ा दी है। आईएमडी ने राज्य में एक चक्रवात के उठने की चेतावनी दी है।

तटीय इलाकों में साइक्लोन का खतरा

मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के तटीय इलाकों में साइक्लोन का खतरा मंडरा रहा है। कच्छ में चक्रवाती तूफान का असर दिखाना शुरू हो गया है। तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने लगी है। आज और कल यानी 31 अगस्त को देखने को मिलेगा। इस दौरान 65 से 75 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चल सकती हैं। पिछले दिनों बंगाल की खाड़ी पर गहरा डिप्रेशन बना था, जो अब निम्न प्रेशर में बदल गया।

तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश

डीप डिप्रेशन का असर गुजरात के कई हिस्से में देखने लगा है और भारी बारिश हो रही है। कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के कई जिलों में तेज आंधी-तूफान के साथ और भीषण बारिश हो सकती है।

इन जिलों पर होगा चक्रवाती तूफान का असर

आईएमडी के अनुसार, गुजरात के अमरेली, भावनगर, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, जामनगर, जूनागढ़, पोबंदर, राजकोट, मोरबी, कच्छ जिलों में चक्रवाती तूफान का असर देखने को मिल सकता है। मछुआरों को अगले दो दिनों तक सुमद्र के आसपास नहीं जाने की चेतावनी जारी की गई है।

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