स्कूल जतन योजना से सहेजे जा रहे जिले के शाला भवन, किया जा रहा जीर्णोद्धार

कांकेर। नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ होते ही विद्यार्थियों को प्रवेश देने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। कलेक्टर  नीलेश  कुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा विकासखंडवार बैठक आयोजित कर सभी शासकीय विद्यालयों की स्थिति की समीक्षा की गई।

इस दौरान प्रत्येक विद्यालय के मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एकल शिक्षकीय एवं शिक्षक विहीन शालाओं में अतिथि शिक्षकों की पदस्थापना की जा रही है। इसके अलावा ऐसे जर्जर विद्यालय जो मरम्मत योग्य हैं, उनके फोटोग्राफ सहित मानक प्राक्कलन तैयार कर तकनीकी स्वीकृति के साथ प्रस्तुत करने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है तथा स्कूल जतन योजना व समग्र शिक्षा से संचालित निर्माण कार्यों को अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।

इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूल जतन योजना के तहत 677 कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 374 कार्य पूर्ण हो चुके हैं तथा 303 कार्य अभी प्रगतिरत हैं। कलेक्टर ने सभी अधूरे भवन निर्माण कार्य को आगामी 15 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।

उक्त योजना से जहां शालाओं की मरम्मत कराई गई है, उन विद्यालयों का कायाकल्प हो चुका है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कांकेर विकासखंड में शासकीय प्राथमिक शाला सातलोर, माध्यमिक  शाला   अंजनी, उत्कृष्ट विद्यालय पटौद, सरोना, दुधावा, माटवाड़ा लाल,  नांदनमारा में निर्माण एवं सुधार कार्य पूर्ण हुए हैं, वहां के विद्यार्थी और पालक शालाओं के भवन के रंगरोगन और परिवेश    से खुश नजर आ रहे हैं।

जिले में स्कूल जतन योजना से ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तरांदुल की कक्षाओं को वंदे भारत ट्रेन का आकर्षक रूप दिया गया है जिसे बाहर से भी लोग उत्सकुतावश देखने आते हैं।

इसी तरह भानुप्रतापपुर के भानबेड़ा, प्राथमिक शाला कठौली, उमावि चिचगांव, प्रा.शा. तुएगहन, प्राथमिक व माध्यमिक शाला बारवी,  प्रा.शा  . मूंगवाल, चारामा विकासखंड में  प्रा.शा   मुड़धोवा, प्राथमिक  शाला कानापोड़, प्राथमिक शाला गीतपहर,  प्रा.शा   पलेवा, मा. शा . जैसाकर्रा, गिरहोला, मैनपुर, उमावि पंडरीपानी, जेपरा, बड़गांव, डुमाली, बागोडार, में मुख्यमंत्री जतन योजना से अच्छे एवं बेहतर कार्य हुए हैं। नरहरपुर में  मा. शा.  गट्टागुडूम,  मा. शा.  चंवाड़, प्रा. शा.   मुड़पार,मा. शा.  ढेकुना, प्रा. शा.  आमापानी, बुदेली में भी योजना के तहत बेहतर निर्माण कार्य हुए हैं।

इसी तरह दूरस्थ विकासखंडों में कोयलीबेड़ा में पीव्ही 44, प्राषा पखांजूर, मा. शा.  घोटिया, प्रा. शा.  पी व्ही 39, प्रा. शा.  मूरावंडी, दुर्गूकोंदल में  प्रा. शा. आमाकड़ा, मा शा   डुवा, मा शा  . परभेली, मा शा  0 तरहुल, मा शा   झिटकाटोला ऐसे विद्यालय हैं जहां पर अच्छे निर्माण कार्य हुए हैं।

यह सभी कार्य शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से कराए गए हैं। इन शालाओं में मरम्मत होने से छात्रों एवं पालकों का रूझान भी इन विद्यालयों के प्रति बढ़ा है। विद्यालयों का कायाकल्प करने व आकर्षक बनाने की वजह से पालक अपने बच्चों को इन स्कूलों में दाखिला करा रहे हैं।

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