रंगकर्मी मिर्जा मसूद का निधन, मुख्यमंत्री ने जताया शोक

 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मशहूर रंग निर्देशक और आकाशवाणी में वरिष्ठ उद्घोषक रहे मिर्ज़ा मसूद का निधन हो गया। गुरुवार रात 3 बजे उन्होंने अपनी अंतिम सांसें ली। मिर्जा मसूद लंबे समय से बीमार थे। परिवार के साथ इंदौर में रह रहे थे। 82 साल की उम्र में उनका निधन हुआ।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मिर्ज़ा मसूद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मिर्ज़ा मसूद ने अपना पूरा जीवन रंगमंच को समर्पित कर दिया। उनका निधन कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

मुख्यमंत्री साय ने अपने शोक संदेश में कहा, "मिर्ज़ा मसूद जी की करिश्माई आवाज़ और अंदाज उन्हें अद्वितीय बनाते थे। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हिंदी ब्रॉडकास्ट कमेंटेटर के रूप में भी अपनी विशेष पहचान बनाई। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2019 में उन्हें चक्रधर सम्मान से नवाज़ा गया था।" मिर्ज़ा मसूद जी के कला और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा।

मिर्ज़ा मसूद के निधन की खबर से कला जगत और पत्रकारिता जगत में शोक का माहौल है। उन्होंने आकाशवाणी में उद्घोषक के रूप में अपना लम्बा करियर बिताया और रंगमंच के लिए अपना पूरा जीवन बिताया। छत्तीसगढ़ राज्य शासन का चक्रधर सम्मान और चिन्हारी सम्मान सहित दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एन.एस.डी) में भी विशेष सम्मान प्राप्त मिर्जा मसूद 80 साल की उम्र पार करने के बाद भी वे थियेटर के लिए समर्पित रहे। कई नाटक लिखे और उनका निर्देशन भी किया।

मिर्ज़ा मसूद जन्म 3 अप्रैल को 1942 को हुआ था। मिर्जा मसूद ने बाल कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने स्कूल और कॉलेज में कई नाटक किए। सार्वजनिक मंचों पर अभिनय किया। हबीब तनवीर के निर्देशन में 1973 में रायपुर में आयोजित अखिल भारतीय नाच वर्कशॉप में भागीदारी रही।


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