सूरजपुर। जिला क्षय उन्मूलन केन्द्र के डीपीसी संजीत कुमार के द्वारा टीबी यूनिट भैयाथान के डीएमसी का अवलोकन कर टूनांट और माइक्रोस्कोपी यंत्रों अवलोकन किया गया। अवलोकन के दौरान टीबी यूनिट प्रभारी मदनलाल और पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी उपस्थित रहें। संजीत कुमार ने एम एल टी को सभी लैंब पंजी में रजिस्टर्ड व्यक्तियों का निक्षय पोटल में एन्ट्री करने को सलाह देते हुए कहा कि अब टीबी के कार्यो का राज्य अधिकारियों द्वारा आयेदिन नि-क्षय पोटल के माध्यम से अवलोकन किया जा रहा है। इस लिए हम जो कार्य कर रहे हैं वो आनलाईन भी दिखना चाहिए।
अच्छा कार्य करने के बाद भी रिकॉर्ड में यदि नहीं दिखा तो हमारे कार्यों का महत्व नहीं मिलेगा। अभी टीबी को पूर्णतया समाप्त करने का अभियान चल रहा है समय समय पर राज्य के अधिकारियों का आगमन और निरीक्षण किया जा रहा है। जिसमें रिकार्ड देखा जा रहा है इसलिए रिकॉर्ड पूर्णतः कम्पलिट और सही होना चाहिए। पिरामल फाऊंडेशन भी आयेदिन क्षेत्र भ्रमण कर रहा है जिससे जमीन स्तर तक के समस्याओं पर जिला स्तर पर चर्चा हो रहा।
सिनियर ट्वीटमेंट सुपरवाइजर मदनलाल ने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत में लैब रजिस्टर का निरीक्षण कर किस पंचायत में कितना जांच हुआ है इसका मिलान किया जाता है। तब जाकर टीबी मुक्त पंचायत का घोषणा किया जायेगा। इस लिए पंजी संधारण आवश्यक है। पिरामल फाऊंडेशन के राज नारायण द्विवेदी ने टूनांट और माइक्रोस्कोपी पंजी में दर्ज पाज़िटिव मरीजों पर चर्चा करते हुए कहा कि फालोअप जांच से पेंशन की स्थिति का पता चलता है। भैयाथान का लैंब की गुणवत्ता अच्छी मानी जाती है जिससे अन्य ब्लाकों के भी पेशेन्ट यहां जांच करवाने आतें हैं इस विशेषता को बनायें रखने की जरूरत है।
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