रावघाट परियोजना की सी एस आर गतिविधियों को मिला एक्सीलेंस अवार्ड

 

भिलाई । भुवनेश्वर, ओडिशा में पर्यावरण, ऊर्जा एवं जलवायु परिवर्तन पर आयोजित 9वें राष्ट्रीय सम्मेलन-2024 कार्यक्रम में भिलाई इस्पात संयंत्र की रावघाट परियोजना के अंतर्गत संचालित विभिन्न सी एस आर गतिविधियों को प्रतिष्ठित 'कलिंगा सी एस आर एवं सस्टेनेबिलीटी एक्सीलेंस अवार्ड 2023Ó से सम्मानित किया गया। रावघाट परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक अरुण कुमार ने 8 जून 2024 को आयोजित सम्मान समारोह में संयंत्र की ओर से इस पुरस्कार को ग्रहण किया। रावघाट परियोजना की टीम द्वारा यह सी एस आर एवं सस्टेनेबिलीटी एक्सीलेंस अवार्ड - 2023 को संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता को 13 जून 2024 को सौपा गया।  अनिर्बान दासगुप्ता ने इस उपलब्धि पर रावघाट परियोजना के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी तथा भविष्य में भी सी एस आर अंतर्गत लोक-कल्याणकारी कार्यों को निरंतर आगे बढ़ाने हेतु प्रेरित किया।

इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक संकार्य अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक परियोजनाएँ  एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन ए के चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक वित्त एवं लेखा डॉ ए के पंडा, कार्यपालक निदेशक रावघाट  समीर स्वरुप, कार्यपालक निदेशक मानव संसाधन पवन कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डॉ रविन्द्रनाथ एम तथा मुख्य महाप्रबंधक रावघाट  अरुण कुमार सहित महाप्रबंधक रावघाट जय प्रकाश, सहायक महाप्रबंधक रावघाट सचिन रंगारी, सहायक महाप्रबंधक रावघाट योगेश वर्मा तथा वरिष्ठ प्रबंधक रावघाट के के गुप्ता उपस्थित थे। शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु रावघाट खदान के सी एस आर  के तहत गाँवों से कुल 523 बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जा रही है।

डी ए वी शिक्षण संस्थान के साथ अनुबंध कर सी बी एस सी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। इसी प्रकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी मोबाईल मेडिकल यूनिट, खोडग़ाँव स्वास्थ्य केंद्र, दंडकवन स्वास्थ्य केंद्र तथा अंतागढ़ स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से सुदूर तथा अति पिछड़े क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व गतिविधियों के तहत वर्ष 2023 में कुल 22845 मरीजों का इलाज किया गया तथा 45 से भी अधिक गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों का उपचार भिलाई स्थित जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केंद्र से सफलतापूर्वक कराया गया है।


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