सेंसर डस्टबिन तैयार कर बनाया रिकॉर्ड


बिलासपुर। इंटरनेशनल रिसर्च और इनोवेशन कॉन्फ्रेंस शोध शिखर- 2024 में डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार इंजीनियरिंग के विद्यार्थी हसन कुर्रे एवं अनिता सेवाय के सेंसर डस्टबिन बनाए जाने पर मिला है। रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल में आयोजित एक कांफ्रेंस में यह पुरस्कार सीवीआरयू को मिला जिसमें देशभर के 35 विश्वविद्यालयों के शोधार्थी व विद्यार्थी शामिल हुए थे।

विश्वविद्यालय के कुल सचिव गौरव शुक्ला ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल में शोध और रिसर्च के लिए विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजन किया गया। इसमें डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय के अलग-अलग संकायों के विद्यार्थियों ने पांच मॉडल तैयार किए थे, जिनमें इंजीनियरिंग के विद्यार्थी हसन एवं अनीता के ऑटोमेटिक डस्टबिन मॉडल को तृतीय पुरस्कार मिला। बुजुर्गों और अस्वस्थ लोगों को ध्यान में रखकर विद्यार्थियों ने इस डस्टबिन को तैयार किया है, जिससे उसके नजदीक जाने पर वह सेंसर से काम करते हुए ऑटोमेटिक खुल जाता है और उसके बाद स्वत ही बंद हो जाता है। इस आधुनिक और सुविधा युक्त मॉडल को सभी ने सराहा है। शुक्ला ने बताया कि इसके पूर्व भी हमारे विद्यार्थियों ने शोध शिखर में प्रतिभागी बनाकर प्रथम और द्वितीय पुरस्कार भी प्राप्त किया था। यहां के विद्यार्थी प्रतिवर्ष शोध के ऐसे आयोजन में निरंतर भाग लेते हैं।

कुलपति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि आज पूरा भारत स्वच्छ भारत के अभियान में जुटा हुआ है. ऐसे में यह मॉडल निश्चित रूप से नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। इस संबंध में पूरी जानकारी केंद्र सरकार और राज्य सरकार को भेजी जाएगी। ऐसे मॉडल से इंटरनेशनल और नेशनल एयरपोर्ट्स, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, विश्वविद्यालय, शॉपिंग मॉल, स्कूल सहित देश के बड़े संस्थानों में सुविधा प्रदान कर सकते हैं। इसका सीधा लाभ आम जनता को होगा। कांफ्रेंस में सीवीआरयू के प्राध्यापक डॉ ए के श्रीवास्तव, डॉ संगीता सिंह, डॉ अमित शर्मा, डॉ अभिषेक शर्मा ने शोध पत्र भी प्रस्तुत किया।

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