पाम संडे, छत्तीसगढ़ के गिरजाघरों में की गई विशेष प्रार्थनाएं


राजनांदगांव। रविवार को खूजर दिवस के रूप में मनाते ईसाई धर्मावलंबियों ने गिरजाघरों में विशेष प्रार्थनाएं की। पाम संडे पर चर्चों में खजूर की डालियों को लेकर समाज ने प्रभु यीशु को याद किया। खजूर रविवार की पास्टरों और फादरों ने विशेष व्याख्यान के जरिये धार्मिक महत्ता पर प्रकाश डाला। लोक मान्यता है कि प्रभु यीशु के इजराईल शहर पहुंचने पर खजूर की डालियों से स्वागत सत्कार किया गया था। इसी परंपरा के तहत आज के दिन को पाम (खूजर) दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रभु यीशु को याद करते हुए समुदाय के लोगों ने आज शहर के प्रमुख मार्गों में रैली निकालते जयघोष किया। इसके बाद चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं की गई। रविवार को पाम संडे यानी खजूर इतवार के खास मौके पर शहर के गिरिजघरों में समुदाय के लोग शामिल हुए। चर्चों में प्रभु यीशु के पुर्नजीवित होने की याद में ईस्टर पर्व से पहले पाम संडे पर होने वाली सामूहिक प्रार्थना के लिए लोग जुटे। प्रभु यीशु के दोबारा जीवित होने की अलौलिक घटना से पूर्व पाम संडे को मसीही समाज उत्साह के साथ मनाता है।

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