छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य स्वर्गीय पुनीत राम साहू और स्वर्गीय राधेश्याम शर्मा को श्रद्धांजलि दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के दोनों दिवंगत सदस्यों का जीवन परिचय देते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वर्गीय श्री पुनीतराम साहू को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सहज-सरल व्यक्तित्व के धनी स्वर्गीय साहू वर्ष 1985 से 1990 तक राजिम विधानसभा से विधायक चुने गए थे। वे अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे, वे 1970 में सहकारिता सोसायटी के अध्यक्ष बने, पंच-सरपंच रहे और फिंगेश्वर जनपद पंचायत के अध्यक्ष भी रहे। वे अंतिम समय तक सक्रिय रहे। उनका निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय राधेश्याम शर्मा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहते हुए सामाजिक कार्यों में बड़ी भूमिका निभाई। वर्ष 1993 से वर्ष 1998 तक वे भाटापारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। किसान और सहकारिता नेता के रूप में उनकी पहचान रही। मध्यप्रदेश विधानसभा में उन्होंने सभापति सहित कई समितियों में काम किया। नाबार्ड के चेयरमेन, मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष, रायपुर जिला सहकारी भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष, इफको और कृभको के सदस्य, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी यूनियन के चयनित प्रतिनिधि आदि अनेक पदों पर काम करने का गहरा अनुभव था। वे अपनी बात बेबाकी से रखते थे और आम जनता से जुड़े मुद्दे उठाते थे। पूर्व विधायकों की समस्याओं की ओर भी उन्होंने ध्यान आकृष्ट किया।मुख्यमंत्री ने दोनों दिवंगत विभूतियों के परिवारजनों के प्रति संवदेना प्रकट करते हुए ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। नेताप्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल और विधायक श्री शिवरतन शर्मा ने भी दिवंगतों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। सदन में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई।
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