बालोद जिले में बिछा सड़कों का जाल, चमचमाती सड़कें बनी विकास का आधार,यातायात हुआ सुगम, बदल रही है गाँव की तस्वीर

 


बालोद जिले में सड़कों के निरंतर निर्माण से दुरस्त क्षेत्रों से मुख्य मार्ग से कनेक्टिविटी असान हो गई है। यहां वनांचल इलाकों में भी सड़कों का तेजी से निर्माण किया जा रहा है। इससे आम जनता को दैनंदिनी कार्य का निपटारा करने में आसानी हो रही है। सुदूर वनांचल एवं दूरस्त क्षेत्रों में भी आवागमन सुगम हो गया है। यहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत कुल स्वीकृत 28 सड़कों स्वीकृत में सेे 22 सड़कों का, 09 वृहद पुलों में से 04 वृहद पुलों का, मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत स्वीकृत सभी 11 सड़कों का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है। साथ ही प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत ही 92 सड़कों के नवीनीकरण का कार्य भी पूर्ण हो गया है।
मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल के मंशानुरूप बालोद जिले के प्रत्येक क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा मुहैया कराकर इन क्षेत्रों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु लोक निर्माण विभाग, मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत निर्मित सड़कों से बालोद जिले में पिछले 04 वर्षों में सड़कों का जाल बिछ गया है। इसके अंतर्गत डौण्डी एवं डौण्डीलोहारा के दूरस्थ एवं सुदूर वनांचल के गांवों के साथ-साथ जिले के अन्य विकासखण्डों के दूरस्थ क्षेत्रों को भी मुख्य मार्ग से जोड़ने हेतु इन स्थानों पर सड़कों का निर्माण किया गया है।


कुछ वर्ष पहले जिले के संबंधित क्षेत्र में सड़कों की समस्या थी, अब इन स्थानों में आज चमचमाती सड़कों के निर्माण हो जाने से उस क्षेत्र की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। सड़कों के निर्माण से स्वास्थ्य संबंधी कार्य एवं अन्य कोई भी आपातकालीन स्थिति निर्मित होने पर ग्रामीण अस्पतालों एवं अपने गंतव्य तक आसानी से निर्धारित समयावधि में पहुॅच रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीण विद्यार्थियों को स्कूलों एवं कॉलेजों तक आवागमन करने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो रही है।


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार जिले के प्रत्येक स्थानों में सड़कों का निर्माण का कलेक्टर कुलदीप शर्मा के द्वारा सतत् मॉनीटरिंग की जा रही है। इसके साथ ही संबंधित विभागों के द्वारा जिले के पूराने एवं क्षतिग्रस्त मार्ग एवं पुल-पुलिया के निर्माण कार्य को भी दू्रतगति से किया जा रहा है।

जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत 156.58 करोड़ रूपए की लागत के स्वीकृत कुल 28 सड़कों की लम्बाई 271.65 कि.मी. है, जिसमें से 22 सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जिस पर 116.67 करोड़ रूपये की राशि का व्यय हुई है तथा 08 सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत कुल 09 वृहद पुलों के निर्माण हेतु 24.51 करोड़ रूपये स्वीकृत है, जिसमें से 04 वृहद पुलों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है, जिस पर 16.83 करोड़ रूपये की राशि का व्यय हुई है। इसके साथ ही 05 वृहद पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसी तरह जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत सड़कों के नवीनीकरण हेतु कुल 118 कार्यों के लिए 43.69 करोड़ स्वीकृत है। 


जिसमें 27.55 करोड़ रूपये की राशि की लागत से 92 सड़कों का नवीनीकरण कार्य पूरा किया जा चुका है तथा 26 सड़कों का नवीनीकरण कार्य प्रगति पर है। इसी तरह मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत 10.37 करोड़ रूपये की राशि की लागत के कुल स्वीकृत 11 सड़कों लंबाई 18.89 कि.मी. है। इसमें से सभी 11 कार्यों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है, जिस पर 7.34 करोड़ रूपये की राशि व्यय हुआ है। जिले में मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ योजनांतर्गत 5.76 करोड़ रूपये की राशि की लागत के कुल स्वीकृत 17 सड़कों की लंबाई 7.75 कि.मी. है। जिसमें 13 गौरव पथ का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है, जिस पर 3.19 करोड़ रूपये की राशि का व्यय हुआ है जिसमें से 02 कार्य पूर्ण और 02 गौरवपथ निर्माण कार्य प्रगति पर है।
बालोद जिले में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के सड़कों के जाल बिछाए जाने के अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-930 झलमला से शेरपार तक कुल 37.28 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण एवं उन्नयन कार्य भी निरंतर प्रगति पर है।

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