मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज मानव–पशु प्रेम की अनोखी मिसाल पेश करने वाले चंडी माता मंदिर में विधिवत पूजन कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की ।
मुख्यमंत्री ने चंडी माता मंदिर प्रांगण में हर संध्या मंदिर तक विचरण करने वाले भालुओं को देखा । यह मंदिर मानव–पशु प्रेम और साहचर्य की अदभुत मिसाल पेश करता है । चंडी माता मंदिर में हर संध्या पूजन के समय भालुओं का दल स्वतः पहुंच आता है। मुख्यमंत्री ने मंदिर तक आने भालुओं की संख्या और उनके व्यवहार के संबंध में जानकारी ली।
उन्हें बताया गया कि ये भालू हिंसक नहीं हैं। लोगों की मान्यता है कि ये भालू श्री चंडी माता के भक्त हैं जो रोज माता के दर्शन को आते हैं। मंदिर प्रबंधकों ने मुख्यमंत्री को बताया कि ये भालू दर्शनार्थियों के साथ पूरी तरह से घुल मिल जाते हैं। विगत कई वर्षों से भालुओं का मंदिर तक आने का सिलसिला कायम है। वर्तमान में सुरक्षा की दृष्टि से जाली और बैरिकेडिंग लगाई गई है। साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा भालुओं को खाद्य सामग्री खिलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। मुख्यमंत्री को प्रबंधकों ने बताया कि लोगों ने इन भालुओं को प्रेम से लव, प्रिंस और छोटी का नाम दिया है।
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