मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि मछुआरा समाज की भूमिका प्राचीन काल से आज तक सदैव गौरवपूर्ण रही है। हमारी सरकार ने नवा रायपुर में प्रमुख चौक का नामकरण मछुआरा समाज के गौरव को बढ़ाने के लिए उनके महापुरूष के नाम पर करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि हमने मछली पालन को कृषि का दर्जा दिया है। इस फैसले से मछुआरा भाईयों से जीरो प्रतिशत उन्हे ऋण तथा अन्य सुविधाएं मिल रही हैं, मछुआ समाज की मंशा के अनुरूप नई मछुआ नीति तैयार की गई है, जिसकी घोषणा कर दी गई है। श्री बघेल आज पंडिल दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में विश्व मात्स्यिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य जिस प्रकार मछली पानी के बिना नही रह सकती उसी प्रकार निषाद समाज मछलियों के बिना नही रह सकते इसको ध्यान में रखते हुए हमने नई मछुआ नीति बनाई। साथ ही नरवा योजना के तहत हजारो तालाबों का निर्माण कराया है और नालों को रिचार्ज किया, जिससे भूमिगत जल के स्तर में बढ़ोतरी हुई है। दस हजार से अधिक गौठानो का निर्माण कराया, जहां मुर्गी पालन और मछली पालन भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि निषाद समाज सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त हो सके इसके लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। उन्होंने मछुआरा समाज से अपील करते हुए कहा कि मछुआरा समाज भी दो कदम आगे बढ़ाए और शासन के योजनाओें का लाभ लें।
कृषि एवं मछली पालन मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि हमारी सरकार गांव, गरीब, किसान और मजदूर सभी वर्गों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। राज्य सरकार द्वारा मछुआ समाज के कल्याण के योजनाएं बनाई गई है। हमारी सरकार ने बिलासपुर विमानतल का नामकरण बिलासा माता के नाम पर किया है, जो एक एतिहासिक निर्णय है। उन्होंने कहा की निषाद समाज के मंशा के अनुरूप नवा रायपुर के किसी एक प्रमुख चौक का नाम शिरोमणि भक्त गुहा निषाद के नाम पर करने का निर्णय ले लिया गया है। भविष्य में उनकी मूर्ति भी लगाई जाएगी, इस संबंध में उन्होंने मछुआरा समाज से मूर्ति का स्वरूप और कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर शासन को प्रस्ताव देने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में मछुआरा समाज के मछली पालन से जुड़े 31 हितग्राहियों को मोटर साइकिल सह आइस-बाक्स तथा 7 हितग्रहियों को चार पहियां वाहन का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में संसदीव सचिव कुंवरसिंह निषाद, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एम.आर निषाद व अन्य सदस्य दिनेश फुटान, देवकुमार निषाद, नरेश निषाद और मछली पालन विभाग के अधिकारी कर्मचारी तथा राज्य के विभिन्न जिलों से आए निषाद समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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