बिहार के नवादा और जहानाबाद में अग्निपथ योजना पर बवाल, आक्रोशित छात्रों ने रोकी ट्रेन, टायर जलाए

 


अग्निपथ योजना:हाल ही में केंद्र सरकार ने सेना में जवानों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू करने का ऐलान किया है। अब इस अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार में छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है। बिहार के नवादा और जहानाबाद में 'अग्निवीर योजना' के खिलाफ जमकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां छात्रों ने कई जगहों पर ट्रेनों को भी निशाना बनाया गया. नवादा में यातायात पूरी तरह ठप हो गया। कई स्थानों पर सड़क पर आगजनी की भी खबर है और छात्रों ने वाहनों के टायर जला दिए हैं।


केंद्र सरकार से योजना को वापस लेने की मांग

नवादा में छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ‘अग्निपथ योजना’ को वापस लेने की मांग की। छात्रों के भारी हंगामे को देखते हुए विशेष पुलिस बल तैनात किया गया है। गुस्साए छात्रों ने कहा कि शारीरिक और मेडिकल होने के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई है। यह परीक्षा दें और सरकार को नई योजना को समाप्त कर देना चाहिए।


जहानाबाद में भी भारी प्रदर्शन

बिहार के नवादा के साथ ही जहानाबाद में भी कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली। सेना भर्ती की नई योजना के विरोध में छात्रों ने यहां ट्रेन रोक दी है और सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन छात्रों ने जहानाबाद स्टेशन पर ट्रेन रोक कर अपना गुस्सा जता रहे हैं। टायर जलाकर एनएच-83 और एनएच-110 जाम कर दिया। छात्रों की मांग है कि सेना में 16 साल की सेवा बहाल की जाना चाहिए। छात्रों का कहना है कि वे इतनी मेहनत से तैयारी कर रहे हैं और सरकार किस नीति के तहत 4 साल के लिए नौकरी दे रही है?



जानिए क्या है ‘अग्निपथ योजना’


अग्निवीर बनने के लिए उम्मीदवारों की आयु साढे 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए।



अग्निपथ योजना’ योजना के तहत हर साल 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा।

- ‘अग्निपथ योजना’ में भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी। अग्निवीरों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी।



‘अग्निपथ योजना’ के तहत भर्ती किए गए अग्निवीरों को 30 हजार से 40 हजार महीना सैलरी और अन्य फायदे दिए जाएंगे।

- अग्निवीरों को अवॉर्ड, मेडल के साथ साथ 48 लाख रुपए का बीमा कवर भी मिलेगा। अगर सेवा के दौरान शहीद या दिव्यांग हो गए, तो 44 लाख रुपए तक का मुआवजा दिया जाएगा


अग्निपथ योजना’ के तहत 12वीं पास उम्मीदवार भर्ती के लिए पात्र होंगे। फिजिकल स्टैंडर्ड और फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट के आधार पर 4 वर्षों के लिए अग्निवीर के तौर पर सेना में सेवाएं दे सकेंगे।


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