मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री बनना मेरा उद्देश्य नहीं था। जनसेवा मेरा उद्देश्य है। जिसके चलते मैं सार्वजनिक जीवन में आया। सेवा सबसे बड़ा धर्म है। मेरा मानना है कि लोगों की सेवा के लिए हम सबको तत्पर रहना चाहिए। सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम राजपुर में भेंट मुलाकात के दौरान कक्षा 12वीं की छात्रा सीमा गुप्ता के पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं।
मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान सीमा गुप्ता ने पूछा था कि आप मुख्यमंत्री कैसे बने, शासकीय नौकरी क्यों नहीं की ? मुख्यमंत्री ने इस पर कहा कि उनके परिवार के पास खेती-किसानी पर्याप्त भूमि है। पिताजी नहीं चाहते थे कि, वे शासकीय नौकरी करे। हालांकि उन्होंने दोनों बहनों को अच्छा पढ़ाया। वे दोनों इंजीनियर है। मेरी रुचि बचपन से खेती-किसानी में थी। गांव में रहते पहले पंच बना फिर पार्टी का जिला अध्यक्ष बना और फिर विधायक, अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मंत्री और अब मैं मुख्यमंत्री हूँ। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। जिसमें राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, हाफ बिजली बिल योजना, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, हाट बाजार क्लीनिक योजना, शहर स्लम स्वास्थ्य योजना, गोबर खरीदी जैसी योजनाएं जनता में लोकप्रिय हुई हैं।
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