मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज महानदी मंत्रालय भवन में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर राज्य के गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत क्रय किए जा रहे गोबर से जैविक खाद के उत्पादन एवं किसानों को सहकारी समिति के माध्यम से वितरण की स्थिति की गहन समीक्षा की। मुख्य सचिव श्री जैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य जैविक एवं रि-जनरेटिव खेती की ओर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने की मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा केे अनुरूप गौठानों में वृहद पैमाने पर जैविक खाद के उत्पादन एवं इसके वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को वर्तमान में गौठानों में उपलब्ध 6.50 लाख क्विंटल जैविक खाद जिसमें वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट शामिल है, का सोसायटियों के माध्यम से चालू माह में किसानों को वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी खरीफ सीजन 2022 को ध्यान में रखते हुए जैविक खाद का उत्पादन निरंतर बनाए रखा जाना चाहिए, ताकि किसान रासायनिक उर्वरकों के विकल्प के रूप में इसका उपयोग कर सकें। उन्होंने अधिकारियों को खरीफ 2022 में 19 लाख क्विंटल कंपोस्ट खाद का वितरण सोसायटियों के माध्यम से कृषि ऋण में उपलब्ध कराए जाने की कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट, रासायनिक उर्वरक डीएपी और सुपर फास्फेट का बेहतर विकल्प है। बीते सीजन डीएपी की कमी के चलते राज्य के किसानों ने वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग खेती-किसानी में किया था। उन्होंने कम लागत में बेहतर खेती के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने तथा विष रहित खाद्यान्न उत्पादन के लिए जैविक खेती को प्रोत्साहित करने की बात कही। मुख्य सचिव ने कहा कि फील्ड में फसल प्रदर्शन में जैविक खाद का उपयोग किया जाए और क्षेत्र के किसानों को इसका अवलोकन भी कराया जाए, इससे किसान जैविक खाद के उपयोग के लिए प्रेरित होंगे।
बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य के गौठानों में अब तक 16.50 लाख क्विंटल जैविक खाद का उत्पादन महिला स्व-सहायता समूहों ने किया है। जिसमें से 10 लाख क्विंटल जैविक खाद का विक्रय हो चुका है। गौठानों में लगभग 6.50 लाख क्विंटल जैविक खाद विक्रय के लिए उपलब्ध है। जुलाई माह तक लगभग 19 लाख क्विंटल जैविक खाद का उत्पादन संभावित है। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को कार्य योजना के अनुसार जैविक खाद का वितरण सोसायटियों के माध्यम से किसानों को कराए जाने के निर्देश दिए। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, सचिव कृषि डॉ. एस. भारतीदासन, सहकारिता सचिव हिमशिखर गुप्ता, संचालक कृषि श्री यशवंत कुमार, संचालक उद्यानिकी माथेश्वरन वी., संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं चंदन त्रिपाठी, संयुक्त सचिव कृषि श्री के. सी. पैकरा, संयुक्त संचालक कृषि श्री आर. एल. खरे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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