संत गाडगे के जीवन प्रासंगिक - धोबी समाज, समाज के द्वारा हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया गाडगे जयंती, पॉलिथीन मुक्त छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ाया गया कदम



मृत्युंजय निर्मलकर, रायपुर:स्वच्छता के जनक संत गाडगे की जयंती राज्य भर में धोबी समाज के द्वारा मनाई गई जिसमें मुख्य आयोजन राजधानी के नातिन धोबिन दाई बोरियाखुर्द में आयोजित हुआ जहां पर अध्ययन रत्न बेटा बेटियों को पाठ्य सामग्री वितरण किया गया। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए समाज के प्रदेश अध्यक्ष सूरज निर्मलकर ने कहा- समाज में तेजी से जागृति आई है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण है राज्य भर में समाज के इष्ट गुरु की जयंती मनाई जा रही है। उन्होंने राजधानी के समाज जनों को बधाई देते हुए कहा- संत गाडगे का स्पष्ट कहना था भोजन के लिए भरे बर्तन ना हो परंतु पढ़ने के लिए किताब कॉपी का होना आवश्यक है जिनसे प्रेरणा लेकर के आज पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया, यह बहुत ही सराहनीय कदम है।



 प्रदेश अध्यक्ष ने अगले वर्ष संत गाडगे जी की जयंती को जन्म सप्ताह के रूप में मनाने की बात कही। समारोह की अध्यक्षता करते हुए पार्षद उमा चंद्रहास निर्मलकर ने गौठान योजना को सभी समाज जनों को अपनाने और सहयोग करने का आव्हान किया।

 


बलौदा बाजार जिला के अध्यक्ष डॉक्टर दयालु राम निर्मलकर ने कोविड-19 के योद्धाओं लॉन्ड्री कर्मचारियों की सम्मान का जोरदार प्रशंसा की और कहा कि हमारा समाज भी अब स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की श्रेणी में आने लग गया है। विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे देवांगन समाज के अध्यक्ष चोवा राम देवांगन ने कहा- धोबी समाज ने अन्य विकसित समाज के श्रेणी में आना प्रारंभ कर दिया है ।



और वह दिन दूर नहीं कि इस समाज को भी एक दिन प्रतिनिधित्व अवश्य मिले। समारोह को समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रहास निर्मलकर, महामंत्री हेमंत निर्मलकर, संगठन मंत्री धरमु बुंदेल, पूर्व पार्षद राधेलाल बुंदेल, महानगर के अध्यक्ष वरुण निर्मलकर, कार्यवाहक युवा प्रदेश अध्यक्ष अंबे बाघमार, सिमगा के अध्यक्ष अशोक निर्मलकर, दामाखेड़ा के अध्यक्ष कृष्ण कुमार निर्मलकर, दुर्ग जिला युवा अध्यक्ष पवन निर्मलकर, युवा प्रदेश महासचिव बस्तर संभाग के प्रभारी दिनेश निर्मलकर, मीडिया प्रभारी मृत्युंजय निर्मलकर, नेतराम निर्मलकर आदि अनेक लोगों ने सक्रिय भागीदारी की भूमिका निभाई।

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