छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला पर्यटन के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने जा रहा है आपको बताना चाहेंगे कि पिछले कई दशकों से जहां बस्तर में पर्यटन क्षेत्रों का विकास कार्य रुका हुआ था आज वही कलेक्टर रजत बंसल के निर्देशन में लगातार पर्यटन के क्षेत्रों में कई सराहनीय कदम उठाए जा रहे हैं जिससे बस्तर का नाम संपूर्ण भारत वर्ष में पर्यटन के क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति में रहेगा.
जिले के दरभा विकासखंड के तीरथगढ़ पर्यटन को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है वहीं मादर कुंडा एवं अन्य पर्यटन स्थलों को भी पर्यटकों के लिए मनमोहक एवं सुगम बनाने के कई प्रयास किए जा रहे हैं पर्यटकों की सुविधा के दृष्टिकोण से सुरक्षा के काफी इंतजाम भी किए जा रहे हैं सरकार के द्वारा चलाई जा रही समस्त योजनाओं का लाभ क्षेत्र की मूल आदिवासी जनता को मिल सके इस दिशा में जिले के मुखिया के सतत मार्गदर्शन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दरभा तेंदुलकर द्वारा लगातार अंचलों का दौरा कर सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं जिससे आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे जिससे ग्रामीणों के आय में भी वृद्धि होगी साथ ही मूलनिवासी आदिवासी जनता के रहन सहन खानपान तथा जीवन स्तर में सुधार आ सकेगा.
जिले के अधिकारियों से सतत समन्वय स्थापित करते हुए कौशल प्रसाद तेंदुलकर डिप्टी कलेक्टर द्वारा लगातार शिक्षा स्वास्थ्य कुपोषण रोजगार सुराजी ग्राम योजना गोधन न्याय योजना के क्षेत्र में लगातार भागीरथ प्रयास किया जा रहा है क्षेत्र में कोविड-19 के दौरान शिक्षा पर बहुत बुरा असर पड़ा है ऐसे बिरहा विषम परिस्थितियों में मोहल्ला क्लास छात्रावास मध्यान भोजन सूखा भोजन हरी सब्जी स्वास्थ्य के क्षेत्र में मितानिन बहनों से समन्वय स्थापित कर जनता तथा विद्यार्थियों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई है।
छत्तीसगढ़ मे बस्तर जिला सुदूर वनांचल एवं नक्सल क्षेत्र होने से विकास एवं शिक्षा के क्षेत्र में अन्य जिलों की अपेक्षा पीछे है. किंतु वर्तमान में कलेक्टर रजत बंसल के मार्गदर्शन में जिले के कई विकास खंडों में विकास कार्य तथा शिक्षा जगत में अभूतपूर्व उपलब्धियां देखने को मिल रही हैं ! शत प्रतिशत आदिवासी क्षेत्र एवं सघन वन क्षेत्र होने के कारण जहां मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु रोटी कपड़ा और मकान हेतु सरकार ने कई योजनाओं का शुभारंभ किया है जिसे सार्थक बनाने हेतु जिले के कलेक्टर ने विकासखंड दरभा में आंगनबाड़ी केंद्रों का उन्नयन कार्य प्रारंभ किया यह उन्नयन कार्य केवल अधोसंरचना के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि नन्हे मुन्ने बच्चों के भविष्य का उन्नयन भी है।
जहां लगातार विकासखंड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कौशल प्रसाद तेंदुलकर ने जिले के कलेक्टर के निर्देशन में सरकार के सुपोषण अभियान को सफल बनाते हुए कुपोषण को जबरदस्त मात दी है यही कारण है कि दरभा विकासखंड में आंगनबाड़ी केंद्रों में कुपोषण की संख्या में लगातार गिरावट हुई है तथा आज दरभा ब्लॉक लगभग कुपोषित बच्चों की संख्या नाम मात्र की है यह कार्य अत्यंत ही प्रशंसनीय एवं सराहनीय रहा है जहां विगत कई वर्षों से यह क्षेत्र शिक्षा के एवं विकास के मुख्य धारा से नहीं जुड़ सका है वही जिले के मुखिया ने सरकार की समस्त योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु समस्त जिम्मेदार अधिकारियों को अपने दायित्वों के निर्वहन हेतु विशेष दिशा निर्देश प्रसारित किए हैं ।समय-समय पर आंगनबाड़ी केंद्रों में टीकाकरण मितानिन दवा बेटियों की जांच कुपोषित बच्चों का परीक्षण रेडी टू ईट मध्यान्ह भोजन स्वयं सहायता समूह के माध्यम से कई योजनाओं का समुचित क्रियान्वयन किया जा रहा है।
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