रायपुर, ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार की पहल पर छत्तीसगढ़
हस्तशिल्प विकास बोर्ड प्रशिक्षण के माध्यम से अनुसूचित जाति के काष्ठ कला
शिल्पकारों के हुनर को नया आयाम दिया जा रहा है। मंत्री गुरू रूद्रकुमार के
मार्गदर्शन पर ग्रामोद्योग विभाग ने शिल्पकारों द्वारा तैयार किए जा रहे
कलाकृतियों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए आॅनलाईन प्लेटफाम भी उपलब्ध कराया
है। जिससे छत्तीसगढ़ की कलाकृतियों को देश ही नहीं विदेशों में भी सराहा जा रहा है
और शिल्पकारों के हुनर को निखारने के लिए छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा
काष्ठ शिल्प से जुड़े नए युवा शिल्पियों को डिजाईन तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा
है।
छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड, जगदलपुर के महाप्रबंधक एल.एस.
वट्टी ने बताया कि बस्तर जिले के शिल्पग्राम परचनपाल में काष्ठ शिल्प से जुड़े
शिल्पियों को विगत एक फरवरी से एक माह का तकनीकी प्रशिक्षण विशेषज्ञों द्वारा दिया
जा रहा है। इस प्रशिक्षण केंद्र में काष्ठ शिल्प से जुड़े अनुसूचित जाति के 30 नए युवा शिल्पियों के हुनर
को तराशा जा रहा है। हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए
प्रशिक्षक और डिजाईनर नियुक्त किए गए हैं। प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक शिल्पी को 6 हजार 900 रुपए की छात्रवृत्ति, कच्चा माल सहित निःशुल्क
औजार एवं उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं तथा प्रशिक्षण उपरांत काष्ठ शिल्प के इन
शिल्पियों को स्व-रोजगार से जोड़ा जाएगा।
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