प्रदेश के
वाणिज्य एवं उद्योग तथा महासमुंद जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा आज बागबाहरा
विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम भोथा में आयोजित बूढ़ादेव महोत्सव में शामिल हुए। मंत्री लखमा
ने इस अवसर पर कहा कि आदिवासी समाज की प्राचीन संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन
करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। आदिवासी समाज का योगदान अक्षुण्य और
गौरवशाली रहा है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में शहीद वीर नारायण सिंह सहित अन्य
आदिवासी समाज के महान विभूतियों को भी स्मरण करते हुए उनके योगदान की सराहना की।
उद्योग मंत्री कवासी
लखमा ने आगे कहा कि आदिवासी बहुल इलाके भोथा के देवस्थान में आयोजित पंचवर्षीय
महोत्सव में लोग पूरी श्रद्धा भाव से अपनी मनोकामना पूरी करने आते है। आदिवासी
समाज के लोग देवी-देवताओं में बहुत आस्था रखते हैं। प्रभारी मंत्री लखमा ने तीर
कामन से बूढ़ादेव महोत्सव की रस्म निभाई और पूजा अर्चना कर छत्तीसगढ़ की खुशहाली की
कामना की। इसी के साथ महोत्सव की शुरुआत हुई। इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक
खल्लारी द्वारिकाधीश यादव,
डॉ. रश्मि
चंद्राकर सहित सरपंच एवं समाज प्रमुख उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री लखमा
ने राज्य सरकार की दो साल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार के आते ही
किसानों की कर्जमाफी,
गोधन न्याय
योजना,
तेन्दूपत्ता
परिश्रम में वृद्धि सहित अन्य महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को ध्यान में रखतें हुए हरेली, तीजा, छठपूजा,
कर्मा जयंती आदि
की छुट्टियां घोषित की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान भी
छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने नीतियों और कार्यक्रमों के चलते आम लोगों को सीधी मदद
पहुंचाने के साथ ही गांव में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं है। यही वजह है कि
कोरोना काल में भी छत्तीसगढ़ राज्य आर्थिक मंदी से अप्रभावित रहा। व्यापार-व्यवसाय
भी अप्रभावित रहे और बाजारों में रौनक बनी रही। मंत्री लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ़
सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रही है। छत्तीसगढ़ के लोगों का विकास
एवं उनकी खुशहाली सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने इस मौके पर लोगों को
नववर्ष की बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को संसदीय सचिव ने भी संबोधित किया और
जिले में हो रहें विकास निर्माणों की जानकारी दी।
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