तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद की
एक चुनावी सभा में सीएम योगी द्वारा हैदराबाद का नाम बदलकर ‘भाग्यनगर’ किए जाने के बयान का अखिल भारतीय
अखाड़ा परिषद ने समर्थन किया है।
परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि ने कहा है कि अतीत में कई शहरों के नामों
का इस्लामीकरण किया गया। हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर हो जाना चाहिए। यदि वास्तव
में ऐसा हुआ तो अन्य लोगों के साथ एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी का भी भाग्य
बदल जाएगी।
महंत नरेन्द्र गिरि ने कहा कि सांसद असदुद्दीन ओवैसी को हैदराबाद का नाम बदलने का
विरोध नहीं करना चाहिए। गौरतलब है कि हैदराबाद में नगर निगम चुनाव प्रचार में रोड
शो के बाद एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा था कि ‘क्या हैदराबाद का नाम भाग्यनगर हो
सकता है, हमने
फैज़ाबाद का नाम अयोध्या किया।
हमने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किया। ये हमारे संस्कृति के प्रतीक हैं। तो
हैदराबाद का प्राचीन नाम भाग्यनगर क्यों नही हो सकता। कोई साम्प्रदायिक नाम नहीं
चलेगा, हैदराबाद
को भाग्यनगर बनाने के लिए आप सबको साथ देना होगा। मैं अयोध्या से आया हूं।’
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करके हैदराबाद और
तेलंगाना के नागरिकों को वहां बसने का अधिकार मोदी की सरकार ने दिया। आपके पूर्वज
लगातार राम मंदिर के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन निजामशाही की सोच रखने वाले
उनकी राह में बाधक बन रहे थे। मोदी जी के नेतृत्व में अयोध्या में 492 वर्षों में पहली बार अवसर
दिलवाया। यहां केसीआर की सरकार ने विकास को रोक कर रखा है। उत्तर प्रदेश में सरकार
ने 35
लाख लोगों
को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया। सवाल है कि केसीआर सरकार से बाढ़ पीड़ितों
को मिलने वाली राशि जनता के सीधे खाते ने क्यों नही दी गई। सीएम योगी ने कहा कि एक
नदी यहां पर भी है लेकिन टीआरएस की सरकार उसे और गंदा कर रही है। यहां की टीआरएस
और एमआईएम मिलकर उसे उपेक्षित किए हुए हैं। यहां की सरकार और कॉर्पोरेशन में जो
लोग बैठे हैं उनका विकास से कोई वास्ता नहीं है।
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