रायपुर/27 नवंबर 2020। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने किसानों से अपना वादे पर
अडिग है। छत्तीसगढ़ में 1
दिसंबर से धान
खरीदी होगी। 1
दिसंबर से धान
खरीदी शुरू होने जा रही है। टोकन पहले से दिये जा रहे है। ये टोकन 7 दिन के लिये वेलिड होंगे। यदि कोई किसान अपने
टोकन पर धान नहीं बेच पाया तो उसे फिर से टोकन जारी कर दिया जायेगा। इस प्रकार धान
खरीदी सुव्यवस्थित रूप में चलेगी। सब का धान खरीदा जायेगा। 2500 रूपये में खरीदा जायेगा। भाजपा द्वारा लगातार
धान खरीदी में बाधा डालने की कोशिशे की गयी है और की जा रही है। कभी भाजपा की
केन्द्र सरकार द्वारा कहा गया सेन्ट्रल पुल में छत्तीसगढ़ के किसान के धान से बना
चावल नही लिया जायेगा। इसके लिये चिट्ठी तक लिख दी थी मोदी सरकार ने। इस साल भाजपा
की केन्द्र सरकार ने धान खरीदी के लिये बारदानो की उपलब्धता में बाधा डाली।
बारदाने ही नही उपलब्ध कराये लेकिन कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की
सरकार इन तमाम समस्याओं का मुकाबला करते हुये अपने वादे को पूरा करते हुये किसानो
की धान की खरीदी 1
दिसंबर से करने
जा रही है। छत्तीसगढ़ में सुव्यवस्थित रूप से धान की खरीदी होगी। धान बिचौलियों और
धान दलालों और धान खरीदी में गड़बड़ियों कर किसानों को परेशान करने वालों को कोई
प्रश्रय नही मिलेगा। प्रदेश के बाहर का धान नही, छत्तीसगढ़ के किसानो का उगाया हुआ धान छत्तीसगढ़ के सोसाइटियों में 2500 रूपये में खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री भूपेश
बघेल की सरकार ने धान का दाम 2500 रू. देते हुये पहले साल 80 लाख टन से अधिक और दूसरे साल 83 लाख टन धान की खरीदी की है। भाजपा की 15 साल की सरकार में तो 12
लाख किसानों से
ही औसत 50
लाख टन धान ही
प्रतिवर्ष खरीदा गया।
अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इस साल 21 लाख 50 हजार से अधिक किसानों का पंजीयन हो चुका है जिनसे कांग्रेस सरकार 2500 रू. में धान खरीदने जा रही है। धान का रकबा
भी बढ़ा है,
किसानों की
संख्या भी बढ़ी है। धान खरीदी भी लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की
सरकार ने पहले साल 2018-19
में 15 लाख 71 हजार किसानों से 80
लाख टन से अधिक
धान खरीदा और दूसरे साल 2019-20
में 19 लाख 52 हजार किसानों से 83
लाख टन से अधिक
धान खरीदा गया। धान खरीदी की सुव्यवस्थित तैयारियों से भाजपा के झूठ की पोल खुल
गयी है।
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